by admin on | 2023-05-18 07:12:27 Last Updated by admin on2024-11-23 09:40:18
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योगी सरकार सहारनपुर में प्रदेश का पहला टेलीकॉम सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने जा रही है। इसके लिए आईआईटी रुड़की के सहारनपुर कैंपस को चुना गया है,जहां पर 5जी को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) से जोड़ने और 6जी की लांचिंग पर रिसर्च किया जाएगा। इसको लेकर आईआईटी रुड़की ने योगी सरकार को डीपीआर भी सौंप दिया गया है। जल्द ही योगी सरकार से हरी झंडी मिलते ही इस पर युद्धस्तर पर काम शुरू कर दिया जाएगा।
टेलीकॉम में नई टेक्नोलॉजी पर की जाएगी रिसर्च
योगी सरकार के इस प्रयास से सहारनपुर को टेलीकॉम हब के रूप में नई पहचान मिलेगी। अभी फिलहाल सहारनपुर को काष्ठ हस्तशिल्प के रूप में पहचाना जाता है। सहारनुपर में टेलीकॉम सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का मुख्य उद्देश्य टेलीकॉम के क्षेत्र में नई टेक्नोलॉजी को विकसित कर उसे बढ़ावा देना है। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस रिसर्च और विकास पर एक केंद्र के रूप में काम करेगा, जिससे विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को मदद तो मिलेगी ही, साथ ही अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी के जरिये समस्याओं के समाधान में मदद मिलेगी। इसके अलावा 5जी पर रिसर्च किया जाएगा, जिसमें टेलीकॉम को कहां-कहां यूज किया जा सकता पर प्रमुख फोकस रहेगा। इसमें ई लर्निंग, ई एजुकेशन, एग्रीकल्चर, सेटेलाइट सेंटर को अपग्रेड करने पर काम किया जाएगा। इतना ही नहीं 5जी को एआई से जोड़ा जाएगा, ताकि टेक्नोलॉजी के नये-नये डिवाइस को विकसित किया जा सके। यह सहारनपुर को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय फर्मों से निवेश आकर्षित करने और इनोवेशन व आंत्रप्रेन्योरशिप के लिए एक मजबूत इको सिस्टम बनाने में सक्षम करेगा। इससे जहां नई प्रतिभा सामने आएगी, वहीं नौकरी के अवसर भी प्राप्त होंगे और सहारनपुर को आर्थिक लाभ होगा। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस द्वारा किए गए रिसर्च और डेवलपमेंट एक्टिविटीज से नए उत्पादों, सेवाओं और टेक्नोलॉजी का निर्माण होगा, जिनका कॉमर्शियलाइजेशन और ग्लोबल लेवल पर डिस्ट्रिब्यूशन किया जा सकता है।
स्वदेशी 5जी के विकास में योगदान देगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
योगी सरकार द्वारा प्रदेश के पहले टेलीकॉम सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना से 5जी और 6जी टेलीकॉम टेक्नोलॉजी और उपयोग के मामलों पर रिसर्च के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना से इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स को सहयोग करने और नॉलेज शेयरिंग में मदद मिलेगी,जिससे नए और हाईटेक सॉल्यूशंस का निर्माण होगा जो जटिल चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होगा। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्वदेशी 5जी और 6जी टेक्नोलॉजी के विकास में योगदान देगा,जिससे भारत विदेशी टेक्नोलॉजी पर अपनी निर्भरता कम करने और ग्लोबल मार्केट में कांप्टीशन बढ़ाने में सक्षम होगा। इतना ही नहीं, यह टेलीकॉम के क्षेत्र में ट्रेनिंग और स्किल डेवलपमेंट के लिए एक मंच के रूप में भी कार्य करेगा। यह छात्रों,रिसर्चर्स और इंडस्ट्री प्रोफेशनल्स को व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने और स्पेशल स्किल हासिल करने के अवसर प्रदान करेगा। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना उभरती टेक्नोलॉजी में रिसर्च और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए सहारनपुर कैंपस की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। कैंपस पहले से ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस,मशीन लर्निंग और डेटा साइंस जैसे क्षेत्रों में रिसर्च के लिए एक लीडिंग सेंटर के रूप में स्थापित हो चुका है।
इन सेक्टर्स पर होगी रिसर्च
1. एडवांस वायरलेस कम्युनिकेशन के फंडामेंटल
2. 5जी और वायरलेस स्टैंडर्ड्स
3. मिलीमीटर वेव ट्रांसीवर मॉड्यूल डिजाइन
4. वायरलेस कम्युनिकेशन के लिए एआई एमएल
यह होगा फायदा
1. स्टैंडर्ड रिक्वायर्ड पेटेंट
2. लास्ट माइल एक्सेस
3. दूरस्थ या कम सेवा वाले क्षेत्रों तक ब्रॉडबैंड पहुंच
4. सेलुलर बैकहॉल
5. स्टोरेज एरिया नेटवर्क
6. डिजास्टर मैनेजमेंट
7. नेटवर्क इनेबल्ड कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स
8. डिफेंस और सिक्योरिटी
9. एयरोस्पेस एविएशन सैटेलाइट कम्युनिकेशन
10.वर्चुअल रिएलिटी
11. स्मार्ट सिटी
12. स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग
13. ई हेल्थकेयर