by admin on | 2023-06-25 06:05:50
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहुराष्ट्रीय कंपनी पेप्सिको की फ्रेंचाइजी प्लांट का भूमि पूजन व शिलान्यास कर गोरखपुर ही नहीं पूर्वांचल के लिए औद्योगिक प्रगति का नया अध्याय शुरू किया। इसके साथ ही गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के समीप बस रहे औद्योगिक गलियारे में रौनक भी आनी शुरू हो जाएगी। एफएमसीजी (फास्ट मूविंग कंज्युमेबल गुड्स) के एक बड़े प्लांट के लगने से रोजगार के अवसर तो बढ़ेंगे ही, कई छोटी आपूर्तिकर्ता कम्पनियों, पैकेजिंग व ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर को भी आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। खास बात यह भी है कि इस प्लांट में दूध की आपूर्ति कर करीब दस हजार ग्रामीण परिवार अतिरिक्त आय अर्जित कर सकेंगे।
पेप्सिको की फ्रेंचाइजी मेसर्स वरुण बेवरेजेज ने गीडा में करीब 1100 करोड़ रुपये के निवेश के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में एमओयू किया है। इस निवेश के धरातल पर आने से 1500 लोगों को प्रत्यक्ष व परोक्ष रोजगार का अवसर प्राप्त होगा। वरुण बेवरेजेज को प्लांट लगाने के लिए गीडा की तरफ से औद्योगिक गलियारे में करीब 50 एकड़ भूमि का आवंटन किया गया है। कंपनी के अनुरोध पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को भूमि पूजन व शिलान्यास करेंगे।
मेसर्स वरुण बेवरेजेज के अधिशासी निदेशक कमलेश जैन का कहना है कि सीएम योगी के नेतृत्व में प्रदेश में अभूतपूर्व बदलाव आया है। मजबूत कानून व्यवस्था, इंडस्ट्री फ्रेंडली नीतियों, प्रक्रियागत कार्यों के लिए पारदर्शी व्यवस्था, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस तथा निवेशकों के लिए सराहनीय सहयोग को देखते हुए कम्पनी गोरखपुर के अलावा प्रदेश के तीन अन्य जिलों प्रयागराज, अमेठी और चित्रकूट में भी प्लांट लगाने जा रही है। उन्होंने बताया कि कंपनी के देश मे कुल 36 प्लांट है। गोरखपुर में लग रहा प्लांट यूपी में सातवां होगा। यूपी में सात प्लांट होने से सात हजार लोग सेवायोजित होंगे।
मेसर्स वरुण बेवरेजेज द्वारा लगाए जा रहे प्लांट में पेप्सिको के मल्टीनेशनल ब्रांड वाले उत्पाद बनेंगे। यहां कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स, फ्रूट पल्प बेस्ड ड्रिंक्स, मिल्क बेस्ड प्रोडक्ट्स, बेवरेज बेस्ड सिरप का उत्पादन होगा। साथ ही क्रीम बेल्स ब्रांड से आइसक्रीम भी बनेगा।
आइसक्रीम व मिल्क बेस्ड अन्य प्रोडक्ट्स के लिए प्लांट को रोज एक लाख लीटर दूध की आवश्यकता होगी। दूध आपूर्ति के लिए कंपनी स्थानीय ग्रामीणों को प्राथमिकता देगी। अनुमान है कि दूध आपूर्ति से जुड़कर करीब दस हजार ग्रामीण परिवार अतिरिक्त आय अर्जित कर सकेंगे। इससे दूध उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।