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योगी सरकार प्रदेश के 18 जिलों में बनाएगी 100 स्थायी बाढ़ शरणालय

by admin on | 2024-01-08 06:17:52

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योगी सरकार प्रदेश के 18 जिलों में बनाएगी 100 स्थायी बाढ़ शरणालय

लखनऊ । योगी सरकार ने प्रदेश में हर साल बाढ़ से प्रभावित होने वाले 18 जनपदों में 100 स्थायी बाढ़ शरणालय बनाने का निर्णय लिया है। इन स्थायी बाढ़ शरणालयों में तीन हजार लोगों को ठहराया जा सकेगा। सरकार ने प्रदेश भर में सर्वे कराया था, जिसमें पाया गया कि प्रदेश के 18 जनपद बाढ़ संवदेनशील हैं और हर साल यह सबसे ज्यादा बाढ़ और जलभराव से प्रभावित रहते हैं। 


अमरोहा, बाराबंकी, गोंडा, खीरी समेत 18 जिले हर साल बाढ़ से रहते हैं सर्वाधिक प्रभावित

योगी सरकार बाढ़, सूखा समेत अन्य आपदाओं को कम करने और इनसे होने वाली जनहानि को रोकने के लिए लगातार काम कर रही है। योगी सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि पिछले साढ़े छह वर्षों में प्रदेश में आपदाओं से होने वाली जनहानि को काफी हद तक कम किया जा सका है। राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने बताया कि सीएम योगी ने एक उच्च स्तरीय बैठक में आपदा से पहले ही इससे निपटने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये थे। इसी क्रम में प्रदेश में बाढ़ से निपटने के लिए प्रदेश में सर्वे कराया गया। सर्वे में सामने आया कि प्रदेश के 18 जनपद क्रमश: अमरोहा, आजमगढ़, बाराबंकी, बिजनौर, बदायूं, फर्रुखाबाद, गोंडा, हरदोई, कन्नौज, कासगंज, खीरी, कुशीनगर, मऊ, मेरठ, मुजफ्फनगर, शाहजहांपुर, सीतापुर और उन्नाव हर साल अत्याधिक बाढ़ से प्रभावित रहते हैं। इन जिलों के 702 गांव के दो लाख से अधिक लोग बाढ़ से अधिक प्रभावित होते है। सर्वे में इन जिलों को बाढ़ संवेदनशील जिलों में शामिल किया गया। ऐसे में इन जिलों में 100 स्थायी बाढ़ शराणालय बनाने की आवश्यकता को महसूस किया गया। इसका प्रस्ताव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष रखा गया, जिसे उन्होंने हरी झंडी देते हुए कार्यवाही करने के निर्देश दिये। 


तीन चरणों में बनाए जाएंगे स्थायी बाढ़ शरणालय

सीएम योगी के निर्देश पर बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित होने वाले 18 जनपदों में स्थानीय आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए 100 स्थायी बाढ़ शरणालय के निर्माण को तीन हिस्सों में बांटा गया है। इसके तहत पहले चरण में 10 अतिसंवेदनशील बाढ़ स्थलों पर स्थायी बाढ़ शरणालय बनाए जाएंगे। इसी तरह दूसरे और तीसरे चरण में संवेदनशील 45-45 स्थलों पर  और तीसरे चरण में स्थायी बाढ़ शरणालय बनाए जाएंगे। इन शरणालयों के निर्माण की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी को सौंपी गई है। पीडब्लयूडी की ओर से राहत विभाग को शरणालयों की डिजाइन का ब्लू प्रिंट भी सौंप दिया गया है । यह बाढ़ शरणालय तीन हजार स्क्वायर मीटर में दो मंजिला बनाए जाएगा। हर शरणालयों में तीन सौ बाढ़ प्रभावित लोगों को ठहराने की व्यवस्था होगी। साथ ही यहां पर उनको भोजन से लेकर अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इतना ही नहीं शरणालय के आस-पास बाढ़ प्रभावितों के मवेशियों को भी सुरक्षित किया जाएगा, जहां उनका चारा आदि उपलब्ध कराया जाएगा।


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