by admin on | 2023-07-11 11:59:52 Last Updated by admin on2024-11-21 10:31:56
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रिमंडल के साथ की चर्चा की 35 करोड़ पौधे लगाने को दिशा निर्देश दिए
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को मंत्रिमंडल के साथ वन महोत्सव 2023 पर चर्चा की। उन्होंने निर्देश दिए कि हर सरकारी अधिकारी कर्मचारी वन महोत्सव में एक एक पौधा जरूर लगाएं। अफसरों को दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बीते छह वर्षों में उत्तर प्रदेश में 131 करोड़ से अधिक पौधे लगाए गए। इस वर्ष प्रदेश में 35 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में वन महोत्सव अब जनांदोलन का स्वरूप ले चुका है। विगत 06 वर्षों में 131 करोड़ से अधिक पौधरोपण किया जा चुका है। इस कार्य में व्यापक जनसहयोग प्राप्त हुआ है। वर्ष 2017 18 में 5.72 करोड़ 2018 19 में 11.77 करोड़ 2019 20 में 22.60 करोड़ 2020 21 में 25.87 करोड़ 2021 22 में 30.53 करोड़ और 2022 23 में 35.49 करोड़ पौधे लगाए गए। यह सुखद है कि पौधे लगाने के साथ साथ इनके संरक्षण का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
विगत एक से सात जुलाई तक आयोजित जागरूकता सप्ताह के दौरान आम जन में बड़ा उत्साह देखा गया। यह उत्साह इस वर्ष के वन महोत्सव को सफल बनाने का आधार बनेगा। आमजन की अधिकधिक सहभागिता से ही हरित उत्तर प्रदेश का लक्ष्य पूरा हो सकेगा। विद्यालयों में प्रभात फेरी स्लोगन निबंध लेखन भाषण प्रतियोगिता दीवार लेखन जैसे कार्यक्रम सतत जारी रखे जाने चाहिए।
प्रदेश में वर्षाकाल प्रारंभ हो चुका है। यह मौसम पौधरोपण के लिए आदर्श समय है। जागरुकता सप्ताह के सफल आयोजन के बाद अब हमें 22 जुलाई को वन महोत्सव के रूप में वृहद पौधरोपण के कार्यक्रम से जुड़ना होगा। विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी पौधरोपण का नवीन रिकॉर्ड बनाने को तैयार हैं।
इस वर्ष वृहद पौधरोपण अभियान में 35 करोड़ पौधे लगाए जाने का लक्ष्य लेकर हर विभाग हर संस्थान हर नागरिक को प्रयास करना होगा। वन विभाग द्वारा विभागवार पौधारोपण का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। मंडलवार लक्ष्य भी तय किए गए हैं। हर गांव में कम से कम 01 हजार पौधे लगाने का प्रयास हो। 15 अगस्त के दिन एक साथ 05 करोड़ पौधे लगाए जाने की तैयारी करें।
पौधरोपण के लिए वन भूमि ग्राम पंचायत एवं सामुदायिक भूमि एक्सप्रेस वे हाई वे चार लेन सड़क नहर विकास प्राधिकरणों की भूमि रेलवे की भूमि चिकित्सा संस्थान शिक्षण संस्थान की भूमि के साथ साथ नागरिकों द्वारा निजी परिसरों का उपयोग किया जा सकता है।
ग्रामीण क्षेत्रों में खेल के मैदान के चारों ओर पौधारोपण किया जाए। ग्राम पंचायत स्तर पर न्यूनतम 01 हजार पौधे लगाए जाएं। शहरी वार्डों में भी पौधारोपण के लिए लक्ष्य निर्धारित करें। गोशालाओं में पौधरोपण कराएं साथ ही पौधे की सुरक्षा के लिए ट्री गॉर्ड भी लगवाएं। निजी क्षेत्रों एनजीओ धार्मिक सामाजिक संस्थाओं को जोड़ें।
वृहद पौधरोपण अभियान की सफलता के लिए पौधों की उपलब्धता अत्यंत महत्वपूर्ण है। ऐसे में वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा समय से सभी आवश्यक प्रबंध कर लिए जाएं। हाईटेक नर्सरी तैयार करें। हर किसी को उच्च गुणवत्ता के पौधे सुलभता से मिल सकें इसके लिए विधिवत तैयारी और प्रचार प्रसार किया जाए। पौधारोपण स्थलों की जियो टैगिंग की जाए।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना मनरेगा के तहत निजी खेत की मेड़ पर पौधरोपण को प्रोत्साहित करते हुए मुख्यमंत्री कृषक वृक्ष धन योजना के रूप में किसान और पर्यावरण के हित में अत्यंत उपयोगी योजना संचालित है। इस योजना अंतर्गत मनरेगा के लाभार्थी यदि अपनी भूमि पर न्यूनतम 200 पौधे लगाकर उनका संरक्षण करता है तो उसे राज्य सरकार द्वारा तीन वर्ष में 50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान किए जाने की व्यवस्था है। इसका व्यापक प्रचारप्रसार करते हुए किसानों को लाभान्वित कराएं। इससे पौधरोपण भी होगा और किसानों की आय भी बढ़ेगी। यह प्रयास खेत पर मेड़ मेड़ पर पेड़ के संदेश को चरितार्थ करने वाला होगा।