by admin on | 2023-06-25 18:05:44
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वैदिक विज्ञान केंद्र डबल इंजन सरकार की बड़ी उपलब्धि है, वैदिक ज्ञान और आधुनिक विज्ञान के भव्य संश्लेषण को लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 सिंतबंर 2018 में वैदिक विज्ञान केंद्र की आधारशिला रखी थी। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के पास भवन का निर्माण कराया गया है।
इस केंद्र से धर्म और विज्ञान पर शोध और अनुसंधान को बढ़ावा दिया जा रहा है। यहां की सारी एकेडमिक गतिविधियां केंद्र सरकार द्वारा सचांलित की जाती है। जबकि वैदिक विज्ञान केंद्र के बजट की जिम्मेदारी राज्य सरकार पर है।
यहां पर वैदिक गणित में डिप्लोमा, वैदिक विज्ञान में डिप्लोमा, वैदिक विधि शास्त्र और वैदिक चित्त विज्ञान में स्नातकोत्तर डिप्लोमा कोर्स शामिल हैं। हर कोर्स 50-50 सीटों का है। इसमें आध्यात्मिक चिंतन, मंत्र, श्लोक, साहित्य, संस्कृति और विज्ञान से भी आगे वेदांग के कल्पसूत्रों (चार अंग श्रौतसूत्र, गृह्यसूत्र, धर्मसूत्र और शुल्वसूत्र) पर काम हो रहा है। इस सूत्र में वैदिक मैथमेटिक्स, प्राचीन भारत में विकसित सस्टनेबल टेक्नोलॉजी और मजबूत सामाजिक ढांचे की शिक्षा दी जा रही है।