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प्रदेश के पांच पर्यटन केंद्रों का ₹180 करोड़ से समेकित विकास

by admin on | 2023-06-25 18:13:31

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प्रदेश के पांच पर्यटन केंद्रों का ₹180 करोड़ से समेकित विकास

उत्तर प्रदेश में पर्यटन केंद्रों के समेकित विकास पर योगी सरकार का सबसे ज्यादा फोकस है। राज्य के सभी पर्यटन केंद्रो पर बुनियादी सुविधाओं में वृद्धि की जा रही है। साथ ही पर्यटकों को नये अनुभव प्राप्त होंइसके लिए उत्सवों और सांस्कृतिक गतिविधियों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने अब यूपी के पांच बड़े पर्यटन केंद्रों के समग्र विकास के लिए 180 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में नई मांग के माध्यम से संचालित योजनाओं के लिए आवंटित की गई इस धनराशि को खर्च करने की योजना है। डीपीआर तैयार करते हुए कार्य को आगे बढ़ाने का लक्ष्य तय किया गया है। 

 

योगी सरकार की ओर से बुंदेलखंडबौद्ध परिपथमां शाकुम्भरी देवी मंदिर (सहारनपुर), शुकतीर्थ (मुजफ्फरनगरऔर प्रयागराज के समेकित पर्यटन विकास के लिए धन का आवंटन किया है। शासन की ओर से बुंदेलखंड और बौद्ध परिपथ में पर्यटन विकास के लिए 40-40 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।

इसके अलावा सहारनपुर स्थित शक्तिपीठ मां शाकुम्भरी देवी मंदिर का समेकित पर्यटन विकास 50 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। इसी प्रकार मुजफ्फरनगर स्थित शुक्रतीर्थ धाम के समेकित पर्यटन विकास के लिए पर्यटन विभाग 10 करोड़ की लागत से परियोजनाओं का डीपीआर तैयार करा रहा है। योगी सरकार इसके साथ ही प्रयागराज के इंटीग्रेटेड टूरिज्म डेवलपमेंट के लिए भी तेज गति से आगे बढ़ा रही है।

योगी सरकार का बुंदेलखंड को लेकर विशेष फोकस है। बीते साल बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के लोकार्पण के बाद से ही पूरे रीजन को पर्यटन के महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में डेवलप करने को लेकर कार्य चल रहा है। बुंदेलखंड में हेरिटेज टूरिज्म को ध्यान में रखते हुए जहां 31 किलों को चयनित किया गया है। वहीं एडवेंचर स्पोर्ट्सवेलनेस टूरिज्मकयाकिंग कैनोइंगहॉट एयर बैलूनिंग और विभिन्न सांस्कृतिक आयोजनों के जरिए पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने के लिए काम चल रहे हैं।

 प्रयागराज की बात करें तो 2025 के महाकुंभ को लेकर भी पर्यटन विभाग अभी से तैयारियों में जुट गया है। हाल ही में केंद्र सरकार ने प्रयागराज का चयन स्वदेश दर्शन स्कीम 2.0 के लिए किया है। कुंभ नगरी में रोपवे की सुविधा प्रदान करने की तैयारियां चल रही हैं। महाकुंभ से पहले प्रयागराज को पर्यटन के दृष्टिकोण से पूरी तरह से विकसित करने का लक्ष्य है। इसके साथ ही मां शाकुम्भरी देवी शक्तिपीठशुकतीर्थ और बौद्ध परिपथ के लिए आवंटित धन के माध्यम से धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। गौरतलब है कि बीते एक साल में यूपी में तकरीबन 28 करोड़ पर्यटकों का आगमन हुआ हैजो अपने आप में रिकॉर्ड है।


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