by admin on | 2023-07-06 11:29:05
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लखनऊ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही यूपीएसटीएफ तकनीकी रूप से और भी सक्षम और मजबूत हो रही है। मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में यूपीएसटीएफ द्वारा अपराधियों, अवैध नशे के कारोबारीर, अवैध हथियार तस्करो, नकल माफिया और फर्जी शिक्षकों सहित आतंकवादियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई संतोष प्रगट किया है।
₹3 करोड़ से खरीदा जा रहा एआई बेस्ड क्रिमिनल डाटा सिस्टम
अपराधी अब एसटीएफ की नजरों से बच नहीं सकेंगे। योगी सरकार से बजट मिलने के बाद एसटीएफ आर्टिफिशिएल इंटेलिजेंस बेस्ड क्रिमिनल डाटा क्रिएशन एंड रिट्रीवल सिस्टम को ख़रीदने जा रही है। इस सिस्टम के जरिये अपराध करने के चंद सेकेंड में क्रिमिनल की पूरी कुंडली पुलिस अधिकारियों के सामने होगी। इस तकनीक के जरिए घटना का जल्द खुलासा करने के साथ उसे अंजाम देने वाले अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजने में देर नहीं लगेगी। यूपी एसटीएफ करीब तीन करोड़ रुपये की लागत से जल्द आर्टिफिशिएल इंटेलिजेंस बेस्ड क्रिमिनल डाटा क्रिएशन एंड रिट्रीवल सिस्टम स्थापित करने जा रही है।
छुपकर अपराध करने वाले भी होंगे सलाखों के पीछे
आर्टिफिशिएल इंटेलिजेंस बेस्ड क्रिमिनल डाटा क्रिएशन एंड रिट्रीवल सिस्टम में अपराधियों का पूरा डाटाबेस तैयार किया जाएगा। इससे पहले क्रिमिनल ट्रैकिंग सिस्टम के जरिए अपराधियों की कुंडली तैयार की जाती थी। आर्टिफिशिएल इंटेलिजेंस के साथ अपराधियों का डाटाबेस जोड़ने से उनके चेहरे का मिलान की आवाज, घटना को अंजाम देने का तरीका, पारिवारिक और आपराधिक पृष्ठभूमि का पूरा ब्योरा रिकॉर्ड में दर्ज हो जाएगा। यदि कोई व्यक्ति किसी को वर्चुअल कॉल के जरिए धमकी देता है तो उसकी आवाज को ये सिस्टम आर्टिफिशिएल इंटेलिजेंस की मदद से डाटाबेस में फीड लाखों आवाज से मैच करके सही व्यक्ति की पहचान कर लेगा। तेलंगाना के बाद यूपी पुलिस में ऐसा अत्याधुनिक सिस्टम स्थापित किया जा रहा है।