by admin on | 2023-06-25 18:18:50
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योगी सरकार में उत्तर भारत को पहला डाटा सेंटर मिला है। यह उपलब्धि ग्रेटर नोएडा के नाम है। इसको ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क में बनाया गया है। इसे 6500 करोड़ रुपये के निवेश से तैयार किया गया है।
आज के समय में डाटा का महत्व काफी ज्यादा है, इसको देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर भारत के पहले डाटा सेंटर की सौगात दी है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क फाइव स्थित 6500 करोड़ रुपये के निवेश वाले योट्टा डेटा सेंटर के पहले टावर का लोकार्पण किया था।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने योट्टा कंपनी के साथ अगले पांच से सात वर्षों में 39 हजार करोड़ रुपये के निवेश करने पर अनुबंध भी किया। दो अन्य टॉवरों के निर्माण की आधारशिला भी रखी गई।
रियल एस्टेट कंपनी हीरानंदानी ग्रुप ने पहली बार मुंबई से बाहर निकलते हुए उत्तर प्रदेश में डेटा करने का निर्णय लिया। इनवेस्ट यूपी के अंतर्गत कंपनी ने डाटा सेंटर के लिए ग्रेटर नोएडा को चुना। इस डाटा सेंटर में आगामी पांच वर्षों में कुल छह टॉवरों का निर्माण होना है, जिसमें करीब 39 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा।
डाटा सेंटर क्षेत्र की कई और कंपनियां भी ग्रेटर नोएडा में निवेश की इच्छा जता रही हैं। इस डाटा सेंटर के आने से प्रदेश में कंपनियों, शिक्षण संस्थानों, सरकारी एजेंसियों को आसानी से डाटा उपलब्ध हो सकेगा। उनको अपना डाटा स्टोर रखने के लिए सुरक्षित रहेगा। मुख्यमंत्री के मुताबिक दुनियां में मोबाइल व इंटरनेट का 20 फीसदी उपभोक्ता भारत का है, लेकिन डाटा स्टोरेज के लिए हमें दूसरों के यहां जगह तलाशनी पड़ती थी। उत्तर प्रदेश देश सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य हैं, यहां डाटा स्टोरेज, डेटा एनालिटिक्स जैसे क्षेत्रों में काम क्षेत्रों में काम करने वाली कंपनियों के लिए अपार संभावनाएं हैं।