बेहतर होतीं स्वास्थ्य सुविधाएं

– एडवांस लाइफ सपोर्ट सेवा की 250, नेशनल एम्बुलेंस सेवा की 2,270 एवं 108 सेवा के तहत 2,200 एम्बुलेंस संचालित।
– 88 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना टीके की दोनों डोज । सम्पूर्ण टीकाकरण 39 करोड़ के पार ।
– 100 शैय्या के 05 संयुक्त चिकित्सालय, 09 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं 14 पीएचसी का निर्माण ।
– 1,838 सरकारी तथा 2150 निजी क्षेत्र की एमबीबीएस सीटों में वृद्धि। पीजी की सरकारी व निजी कुल 1,747 सीटों की वृद्धि । नर्सिंग में 7,000 सीट्स व पैरामेडिकल में 2000 सीट्स की वृद्धि ।
– एईएस-जेई वायरस के खिलाफ सघन अभियान पूर्वांचल क्षेत्र दिमागी बुखार (इंसेफेलाइटिस) के कहर से मुक्त। इस बीमारी से होने वाली मौतों पर 96 प्रतिशत तक नियंत्रण ।
– आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में 8.90 करोड़ लाभार्थियों को प्रति लाभार्थी 5 लाख रुपये तक निःशुल्क चिकित्सा सुविधा ।
– मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों में 11,63,24,557 करोड़ मरीजों का उपचार।
– राज्य कर्मचारियों एवं पेंशनर्स हेतु पं.दीनदयाल उपाध्याय कैशलेस चिकित्सा योजना।
– हेल्थ एटीएम का शुभारम्भ। प्रदेश के पीएचसी में हेल्थ एटीएम. की स्थापना।
– एक जिला- एक मेडिकल कॉलेज की नीति के तहत 65 मेडिकल कॉलेज संचालित, 22 निर्माणाधीन।
– लखनऊ में अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय तथा गोरखपुर एवं रायबरेली में एम्स।
– 552 राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय हेल्थ वेलनेस केन्द्र के रूप में विकसित।
– 11 जनपदों में 50 शैय्या के एकीकृत चिकित्सालय स्थापित 6,700 से अधिक पीकू बेड उपलब्ध।
– मिशन निरामयाः के तहत 300 संस्थाओं में नर्सिंग/पैरामेडिकल पाठ्यक्रम।
– बंद पड़े 35 एएनएम प्रशिक्षण केंद्रों को पुनः शुरू किया गया।