कृषि एवं गन्ना विकास

• 2 लाख 2 हजार 086 करोड़ रुपये से अधिक गन्ना मूल्य का भुगतान ।
• पीएम. किसान सम्मान निधि से 2.60 करोड़ किसानों को 52190 करोड़ रुपये हस्तान्तरित ।
• 61270 करोड़ रुपये फसली ऋण वितरित ।
• प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में 23 लाख 55 हजार कृषकों के 1873000 हे. कृषि क्षेत्र का बीमा ।
• एफपीओ एवं कृषि स्नातकों को ड्रोन के लिए 40-50 प्रतिशत अनुदान ।
• 602 करोड़ रुपये की पं. दीनदयाल उपाध्याय किसान समृद्धि योजना लागू ।
• प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में 4928 कार्य पूर्ण 1874 खेत तालाबों की खुदाई जारी ।
• पीएम. कुसुम योजना के अन्तर्गत किसानों को 27250 सोलर पम्पों का आवंटन ।
• प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना में 249727 किसानों को लाभार्थी कार्ड ।
• 49 जनपदों की 85710 हेक्टेयर भूमि में प्राकृतिक खेती ।
• मुख्यमंत्री कृषक कल्याणकारी योजना में 5730 कृषकों को 834.31 लाख रुपये का अनुदान ।
• 54 नग हाट-पैठ का निर्माण। 27 नवीन मंडी स्थलों का आधुनिकीकरण ।
• 07 मीट्रिक टन आम का विभिन्न देशों में निर्यात, 119 करोड़ रुपये से मलिहाबाद (लखनऊ). मिश्रिख (सीतापुर), भिनगा (श्रावस्ती) एवं ठटिया (कन्नौज) में उपमंडी स्थल का निर्माण ।
• उपमंडी स्थल चकिया में 1000 मीट्रिक. टन क्षमता के ग्रामीण गोदाम का निर्माण ।
• मंडियों में किसानों के लिए प्री-अराइवल ई-पास, मंडी व्यापारियों को डिजिटल पेमेन्ट की सुविधा ।
• ‘उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरुद्धार कार्यक्रम संचालित। बजट में 55 करोड़ रुपये दिए ।
• न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना में श्रीअन्न (मोटे अनाज) की उपज को प्रोत्साहित करने के लिए पहली बार 8,453 किसानों से 43,438 मीट्रिक टन बाजरा की खरीद कर 95 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान ।

सिंचाई : हर खेत को पानी

• बाढ़ से बचाव के लिए 266 परियोजनाएं पूर्ण ।
• 36 सिंचाई परियोजनाएं पूर्ण, 23.04 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त सिंचन क्षमता सृजित ।
• 2 लाख 51 हजार 287 किमी. नहरों की सिल्ट सफाई ।
• 62 जिलों में 842 करोड़ रुपये से 2100 नये नलकूपों का निर्माण ।
• 6000 राजकीय नलकूपों का आधुनिकीकरण। 1960 नवीन राजकीय नलकूपों का निर्माण और 1045 खराब राजकीय नलकूपों का पुनर्निर्माण ।
• 150 करोड़ रुपये से कानपुर देहात की उमरहट पम्प नहर परियोजना पूर्ण ।
• 350 करोड़ रुपये से 25050 पुल-पुलियों का जीर्णोद्धार / पुनर्निर्माण / नवनिर्माण ।
• बुंदेलखंड में बडवार झील को गुरसराय मुख्य नहर के किमी. 45.66 से फीडर चैनल का निर्माण ।
• नमामि गंगे कार्यक्रम में 12742.28 करोड़ रुपये की 55 सीवरेज परियोजनाएं स्वीकृत. 28 परियोजनाएं पूर्ण, 17 परियोजनाएं निर्माणाधीन और 10 परियोजनाएं प्रक्रियाधीन ।
• हर घर नल योजना में 35494 ग्रामों में पाइप लाइन, 84.13 लाख घरों में नल कनेक्शन ।
• 119 सीवरेज शोधन संयंत्रों का निर्माण कर 3667 एमएलडी. का शोधन ।
• प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई एवं मुख्यमंत्री लघु सिंचाई योजना में 737977 बोरिंग / उथले नलकूप,
4209 गहरी बोरिंग एवं 12100 मध्यम बोरिंग का कार्य पूर्ण ।
अटल भूजल योजना में भू-जल प्रबन्धन हेतु 26 विकास खण्ड चयनित |

सहकारिता से समृद्धि

• जिला सहकारी बैंकों के माध्यम से 8091 करोड़ रुपये का फसली ऋण वितरित ।
• सहकारी बैंकों द्वारा 250 करोड़ रुपये दीर्घकालीन ऋण वितरित ।
• सहकारी समितियों द्वारा 35.57 लाख मी. टन उर्वरक और 39401 कुंतल बीज का वितरण ।
• 13 सहकारी बैंकों की नई शाखाएं खोली गई ।
• पैक्स द्वारा 100 मी. टन क्षमता के 200 गोदामों का निर्माण ।
• उप्र. कोआपरेटिव बैंक एवं जिला सहकारी बैंकों द्वारा मोबाइल एटीएम वैन का संचालन ।
पशुधन संरक्षण
• 08 करोड़ 87 लाख पशुओं का टीकाकरण, लम्पी रोग पर सफलतापूर्वक नियंत्रण |
• निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु 6484 गोआश्रय स्थलों की स्थापना व 1073695 गोवंश संरक्षित ।
• मुख्यमंत्री निराश्रित / बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के अन्तर्गत इच्छुक कृषक / पशुपालक परिवारों को एक-एक गाय व 900 रुपये प्रतिमाह दिये जाने की व्यवस्था ।
• –मुख्यमंत्री सहभागिता योजना में इच्छुक कृषक / पशुपालक परिवारों को 165999 गोवंश सुपुर्द ।

–कुक्कट विकास हेतु 30 हजार पक्षी क्षमता की 385 इकाइयां व 10 हजार पक्षी क्षमता की 355इकाइयां क्रियाशील । 1109.29 करोड़ रुपये का निवेश ।
–दुग्ध संघों के सुदृढीकरण हेतु 220 समितियों का गठन एवं 444 समितियों का पुनर्गठन ।
–ई–कॉमर्स पोर्टल से 60,000 उपभोक्ताओं, महिला स्वयं सहायता समूहों एवं पराग मित्रों को जोड़ा ।
–प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना लागू। 35248 लाख गुणवत्तायुक्त मत्स्य बीज का वितरण ।
–मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के अन्तर्गत 200 लाख रुपये का प्रावधान ।
–रिवर रेंचिंग कार्यक्रम के अन्तर्गत 182.45 लाख मत्स्य बीज अंगुलिकाओं का संचय ।
–निषाद राज बोट सब्सिडी योजनान्तर्गत 746 नाव क्रय करने के लिए अनुदान ।