- अपराध व अपराधियों के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस
63055 अपराधियों के विरुद्ध गैंगस्टर अधिनियम व 836 अपराधियों के विरुद्ध एन.एस.ए. की कार्रवाई ।
गैंगस्टर अधिनियम में रु. 90 अरब 22 करोड़ 33 लाख की चल / अचल सम्पत्तियों का जब्तीकरण ।
माफिया एवं अपराधियों द्वारा अवैध रूप से अर्जित रु. 2819 करोड़ से अधिक की संपत्तियाँ जब्त ।
महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में 487 अभियुक्तों को आजीवन कारावास, 1016 अभियुक्तों को 10 वर्ष, 10 वर्ष से अधिक कारावास तथा 3076 अभियुक्तों को 10 वर्ष से कम का कारावास ।
चिह्नित 77 माफिया व उनके गैंग के सदस्यों / सहयोगियों में से कुल 340 के विरुद्ध 180 अभियोग पंजीकृत 90 की गिरफ्तारी, 61 के विरुद्ध गुण्डा एक्ट, 35 शस्त्र लाइसेंस के विरुद्ध कार्रवाई, 8 के विरुद्ध एन. एस. ए. 165 के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट, 85 की हिस्ट्रीशीट खोलने की कार्रवाई ।
175 दुर्दान्त अपराधी मुठभेड़ में मारे गये तथा 4808 घायल हुए। 15885 इनामी अपराधियों को जेल ।
पॉक्सो अधिनियम तथा महिला अपराध के तहत 7276 अपराधियों को सज़ा। पॉक्सो एवं महिला संबंधी अपराधों में ई-प्रॉसीक्यूशन में पूरे देश में प्रथम स्थान ।
एंटी रोमियो स्क्वायड द्वारा 88,25,966 लोगों को चेतावनी व 25, 127 के विरुद्ध कार्रवाई ।
धार्मिक स्थलों से 86,785 लाउडस्पीकर हटाये । 68,676 से अधिक की ध्वनि कम करायी गयी ।
लखनऊ, गौतमबुद्धनगर, कानपुर नगर, वाराणसी, आगरा, गाजियाबाद तथा प्रयागराज में पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था ।
लखनऊ व गीतमबुद्धनगर के अलावा 16 परिक्षेत्रीय मुख्यालयों पर 1-1 साइबर क्राइम थाने की स्थापना ।
114 नये थानों, 163 नई चौकियों, 6 नये महिला पुलिस थानों, 4 नये आर्थिक अपराध संबंधी थानों, 16 नये साइबर क्राइम थानों, सतर्कता अधिष्ठान की 10 नयी शाखाओं, 90 नये अग्निशमन केन्द्रों एवं 2 जल पुलिस चौकियों को मंजूरी ।
1 लाख 64 हजार से अधिक पदों पर पुलिस कर्मियों की भर्ती ।
03 महिला पी. ए. सी. बटालियन (लखनऊ, गोरखपुर एवं बदायूं) का गठन ।
वीमेन पॉवर लाइन 1090, जी.आर.पी. फायर सर्विस और महिला हेल्पलाइन 181 सेवा का एकीकरण ।
1518 थानों में 15130 महिला पुलिसकर्मियों की नियुक्ति 10378 महिला बीट आवंटित ।
40 एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट थानों में परिवर्तित ।
बिजली चोरी रोकने हेतु सभी जनपदों में 11 विद्युत निरोधक पुलिस थाना स्थापित ।
74 जनपदों में 79 महिला पुलिस चौकी परामर्श केन्द्र की स्थापना एवं थाने का दर्जा ।
हापुड़, चन्दौली, औरैया, सम्भल, शामली, अमरोहा, अमेठी, कासगंज में पुलिस लाइन निर्माण शुरू ।
लखनऊ में डिजिटल फॉरेन्सिक लैब एवं प्रत्येक परिक्षेत्र स्तर पर साइबर फारेन्सिक लैब की स्थापना ।
महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा हेतु उत्तर प्रदेश स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स का गठन ।
अयोध्या में एस.टी.एफ. की इकाई गठित ।
देवबन्द, बहराइच, अलीगढ़, कानपुर सहित कई अन्य जनपदों में ए.टी.एस. की नई फील्ड यूनिट ।